क्या आप जानते हैं अगरबत्ती का आविष्कार किसने किया नहीं तो आप इस आर्टिकल को पुरा अंत तक अवश्य पढ़ें क्योंकि इस आर्टिकल में आपको अगरबत्ती का आविष्कार किसने और कब किया इसके बारे में पूरी जानकारी हिंदी में दी गई है।
जब कोई व्यक्ति भगवान के बात करते हैं तो अगरबत्ती का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जिस घर में ईश्वर का पूजा होता है उस घर में कई प्रकार के अगरबत्ती देखने को मिलती है ज्यादातर अगरबत्ती का इस्तेमाल त्योहारों पर होती है या फिर आरती के समय इसका उपयोग करते हैं।

आपको सुन कर हैरानी होगी कि ज्यादातर अगरबत्ती का उपयोग भारत में करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं अगरबत्ती का उपयोग सबसे पहले कहां हुआ था और कब हुआ अगर आपको नहीं पाता है तो आप धैर्य बनाकर रखें इसमें इसके संबंधित सभी जानकारी प्राप्त होगा।
अगरबत्ती क्या है? (What is incense sticks in Hindi?)
अगरबत्ती एक छोटी सी और पतली सी छड़ी की होती हैं इस पर कई प्रकार के खुशबूदार लेप किया होता हैं अगरबत्ती के समान रूप से इस्तेमाल भगवान का पूजा पाठ के लिए किया जाता है यहां पर अगरबत्ती का इस्तेमाल होता है वहां पर बहुत ज्यादा खुशबू अच्छी आती हैं।
अगरबत्ती का उपयोग भगवान को पूजा पाठ करने के लिए किया जाता है और जिस घर में इसका उपयोग करते हैं वहां बहुत ही अच्छी खुशबू आती है और वहां का माहौल पूरा शांत होता है अगर देखा जाए तो जिस घर में भगवान की पूजा होती है वहां के अगरबत्ती की खुशबू की वजह से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
अगरबत्ती एक धार्मिक मान्यता यहां की शारीरिक तनाव और मन का सुकून मिलता है अगर पति की वजह से देवी-देवताओं की शक्तियां हमारी तरफ आकर्षित होती है जिसकी वजह से हमारे घर में देवी देवताओं का वास होता है।
अगरबत्ती का आविष्कार किसने किया (who invented incense sticks)
अगरबत्ती का सर्वप्रथम आविष्कार चीन के भिक्षुओं द्वारा किया गया था उस समय कोई देश नहीं बल्कि संस्कृति देश था लेकिन भारत अगरबत्ती बनाने वाला पहला देश है कहा जाता है कि प्राचीन काल में देवी देवताओं को मनाने के लिए अगरबत्ती का उपयोग करते थे।
भारत में अगरबत्ती का चलन वैदिक काल से ही माना जाता है जब हमारे देश में धार्मिक भावनाओं की प्रचार हो रही थी तो हमारा देश पहला अगरबत्ती बनाने वाला देश वाला है और आज के समय में काफी ज्यादा मात्रा में निर्यात करने वाला देश है और अगरबत्ती बनाने का कोई तरीके हमाको वेदों से प्राप्त हुआ है।
जिसमें अर्थवेद व ऋग्वेद का, अगरबत्ती का चलन प्राचीन काल से ही है जिसमें प्राचीन काल के लोग लकड़ी को जलाकर के भगवान को आगमन करते थे लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया अगरबत्ती में काफी ज्यादा सुधार हुआ और आज के समय में अगरबत्ती में कई प्रकार के सुगंधा वाला अगरबत्ती मिलता है।
अगरबत्ती क्यों जलाई जाती है?
धूपबत्ती का उपयोग इसका खुशबू की वजह से की जाती है ताकि पूजा पाठ के दौरान हमारे घर का माहौल सुगंधित रहे और माहौल के जितने भी नकारात्मक शक्तिया है दूर हो जाए इसी वजह से अगरबत्ती और कपूर का ज्यादा इस्तेमाल पूजा पाठ के लिए किया जाता हैं।
जिस घर में अगरबत्ती और कपूर का इस्तेमाल होता है उस घर में भगवान के वास होता है और वहां के सभी नकारात्मक शक्तियां हमेशा के लिए दूर हो जाती है और तन और मन को बहुत ज्यादा सुकून मिलता है
अगरबत्ती का लाभ
अगरबत्ती इस्तेमाल करने से हमारे घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और अगरबत्ती का खुशबू पूरा दूर तक फैली होती है जिस घर में अगरबत्ती का इस्तेमाल होता है वहां पर भगवान का वास होता है और जितने भी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है।
अगरबत्ती से नुकसान
अगरबत्ती इस्तेमाल करने से कफ़ और छीकनें की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है और इसी के वजह से हेल्थ जल्दी खराब होता है परिणामो से सिद्ध हुआ है कि घर के अंदर अगरबत्ती जलाने से वायु प्रदूषित होता है जिसके वजह से कार्बन मोनोऑक्साइड पैदा होता है और इसी की वजह से हमारे फेफड़ों के कोशिका में सूजन हो जाता है और इसी की वजह से हमारे शरीर में कई प्रकार के बीमारी हो सकती है।
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निष्कर्ष:-
मुझे उम्मीद है कि आपको अगरबत्ती का आविष्कार किसने किया इसके बारे में पूर्ण रूप से पता चल गया होगा अगर आपको इसके अलावा और भी सवाल है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं मैं आपका सवाल की पूरी रिप्लाई देने की कोशिश करूंगा।
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