क्या आप जानते हैं हेडफोन का आविष्कार किसने किया नहीं तो आप इस आर्टिकल को पुरा अंत तक अवश्य पढ़ें क्योंकि इस आर्टिकल में आपको हेडफोन का आविष्कार किसने और कब किया इसके बारे में पूरी जानकारी हिंदी में दी गई है।
हेडफोन एक ऐसा यंत्र है कि उपयोगकर्ता इसके इस्तेमाल अपने कानों में लगा कर के ध्वनि सुनते हैं अगर इसे लगाने से कान में कोई भी संगीत बारीकी से सुनाई देता है लेकिन आज के समय में ईयर फोन एक वरदान हो चुका है क्योंकि संगीत प्रेमी और संगीतकार दोनों ही हेडफोन को अपने कानों में लगाकर संगीत को बारीकी से सुनकर आनंद लेते हैं।

अगर देखा जाए हेडफोन पर तो हमारे दैनिक जीवन में अभिन्न अंग बनकर रह गया इसका इस्तेमाल कहीं भी सफर करते हैं या फिर टहलते या सोते हुए या फिर कहीं पर भी इसका इस्तेमाल बहुत ही आसानी के साथ कर सकते हैं।
हेडफोन क्या है? (What is Headphone)
हेडफोन एक ऐसा यंत्र है कि कोई भी संगीत प्रेमी इसको अपने कान में लगाकर के गाने को बारीकी से सुन सकता है और आज के समय में बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी हेडफोन का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं यानी कि यूं ही कह सकते हैं कि जितने भी संगीत प्रेमी है और संगीतकार है वह सब बारीकी से सॉन्ग को सुनने के लिए हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं।
हेडफोन का आविष्कार किसने किया
हेडफोन का आविष्कार सन् 1910 में फंडामेंटलिस्ट मॉर्मन (Fundamentalist Mormon) और इंजीनियर नथानिएल बाल्डविन (Nathaniel Baldwin) ने अपनी रसोई की अधार पर ऑडियो हेडफोन का अविष्कार किया तब इन्होंने अविष्कार करने के बाद सोचा कि क्यों ना इस हेडफोन को लोगों के बीच पहुंचाया जाए लेकिन शुरुआती समय में इसका खारिज कर दिया गया।
तब उन्होंने अमेरिका के नौसेना के जांच के बाद इसके द्वारा अविष्कार किया गया हेडफोन काफी ज्यादा पसंद आया तब उन्होंने पहली बार 100 जोड़ी हेडफोन बनाने का आदेश दिया इसके बाद इसका हेडफोन काफी ज्यादा दुनिया में प्रसिद्ध हो गया।
हेडफोन कैसे काम करता है?
हेडफोन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा स्पीकर है लेकिन यहां 3 घटको से बना है जिसमें डायफ्राम,वॉइस काॅइल और स्थाई चुंबक है वॉइस कॉइल एक तांबे के तार एक पतला और छोटा है और तार से
स्थाई चुंबकीय के बीच लटका हुआ है जो कि स्थिर चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखता है और यही क्षेत्र वॉइस काॅइल को कंपन करने में मदद करता है।
हेडफोन का प्रमुख हिस्सा स्थिर विद्युत,गतिमान काॅइल,इलेक्टरेट संतुलित आर्मेचर कथा अन्य ट्रांसड्यूसर प्रौद्योगिकी इनके अभिन्न अंग है।
हेडफोन का नुकसान
हेडफोन को हमेशा कान में लगाने पर कान की हड्डियां गलने लगती है और आप भविष्य में ना सुनने की क्षमता खो सकते हैं।
हेडफोन को हमेशा कान में लगाने से सिर में दर्द और सनसनाहट की आवाज सुनाई देती है।
कान के अंदर के परदे के पर्दे नसे तथा असंख्या कोशिकाओं का समूह होता है और इसका संबंध सीधा दिमाग से होता है और हेडफोन लगाने की वजह से हर काम में कंपन पैदा होता है इसी वजह से और प्रकार हुई कान में प्रॉब्लम हो सकती है।
हेडफोन का लाभ
हेडफोन को काम में लगाने से कोई भी ध्वनि बारीकी से सुनाई देती है।
अगर हम कहीं पर भी सफर करते हैं तो आवाज को ना सुनाई दे इस वजह से हेडफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हेडफोन का इस्तेमाल टहलते समय बाहर जाते,हुए खाना बनाते हुए, इसके अलावा हर जगह पर कर सकते हैं।
भारतीय हेडफोन बनाने वाली कंपनीया
Company :- Headquarter:-
Portronics New Delhi
Intex New Delhi
iBall Mumbai
Zebronics Channai
Condytech Delhi
Signature Acoustics Navi Mumbai
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निष्कर्ष:-
मुझे उम्मीद है कि आपको हेडफोन का आविष्कार किसने किया इसके बारे में पूर्ण रूप से पता चल गया होगा अगर आपको इसके अलावा और भी सवाल है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं मैं आपका सवाल की पूरी रिप्लाई देने की कोशिश करूंगा।
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